
जनपद के प्रमुख उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने हेतु कार्ययोजना बनाए एफ.पी.ओ. : जिलाधिकारी।
आज जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार की अध्यक्षता में कृषक उत्पादक संगठन व कृषि अवस्थापना निधि की जिला स्तरीय मानिटरिंग समिति की बैठक संपन्न हुई।
बैठक के दौरान कृषि उप निदेशक ने बताया कि वर्तमान में जनपद में 10 एफ.पी.ओ. कार्यरत हैं,जिनमें 9 का गठन किसानों के द्वारा तथा एक एफ. पी.ओ. का गठन नाबार्ड के द्वारा किया गया है,जो फतेहपुर मंडाव में कार्यरत है। जनपद के परदहा, रतनपुरा,कोपागंज,घोसी, रानीपुर एवं मोहम्मदाबाद गोहना में कुल 6 एफ.पी.ओ. के गठन का लक्ष्य मिला है। कृषि उपनिदेशक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने हेतु कृषि अवस्थापना निधि की स्थापना की गई है। इस योजना के अंतर्गत कुल 24 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें 2 को ऋण वितरण किया जा चुका है एवं शेष 22 अभी लंबित हैं। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने प्रस्तावित उत्पाद समूहों द्वारा बारीकी से सर्वे कर अन्य लाभदायक उत्पादों को भी एफ.पी.ओ. के माध्यम से जोड़ने को कहा। विशेषकर घोसी के पकड़ी ताल क्षेत्र में मत्स्य पालन,कमल के फूल उत्पादन,कुमुदिनी उत्पादन, मधुबन में कटघरा शंकर, दुबारी एवं अन्य क्षेत्रों में भाटा की खेती आदि को बढ़ावा देने एवं इनसे जुड़े किसानों की आय बढ़ाने हेतु एफ.पी.ओ. को विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने कोपागंज क्षेत्र में केले के अधिक उत्पादन को देखते हुए इसके निर्यात हेतु कार्य योजना बनाने एवम् ऐसे अन्य उत्पादों को भी चिन्हित कर उनके उत्पादन बढ़ाने एवं निर्यात को प्रोत्साहित करने के विशेष प्रयास करने को कहा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने जनपद के परंपरागत उत्पादों के जी.आई. टैग कराने के भी निर्देश दिए जिससे जनपद के उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिल सके।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, कृषि उप निर्देशक एस पी श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें।