
संचारी रोगों के राज्य स्तरीय नोडल डॉ बीरेन्द्र कुमार ने दो दिवसीय जिला महिला चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परदहां व कोपागंज में ऑक्सीजन प्लांट और डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेश अग्रवाल ने बताया कि नोडल ने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। उन्होंने सबसे पहले जिला महिला चिकित्सालय में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का औचक निरीक्षण कर सभी पाइप लाइनों और ऑक्सीजन प्लांट को देखा, उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परदहा में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया। उन्हें जानकारी दी गई कि अक्टूबर में चलाए गए संचारी एवं दस्तक अभियान में जारी की गई कार्यों के रैंकिंग के अनुसार जनपद मऊ ने प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल की है। जिले में साफ-सफाई लार्विसाइडल छिड़काव, फागिंग, झाड़ियों की कटाई, संवेदीकरण एवं स्वास्थ्य शिक्षा के जरिए आमजनों को जागरूक करने तथा एकत्रित जल स्रोतों को नष्ट करने की कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए अंतर विभागीय सहयोग भी लिया जा रहा है।

नोडल वेक्टर वार्न डॉ आरवी सिंह ने बताया कि जिसमें डिस्प्ले बोर्ड काम नहीं कर रहा था, जिसे सही कराने का निर्देश नोडल अधिकारी द्वारा दिया गया में डेगू वार्ड का निरीक्षण किया गया तथा स्वास्थ्य केंद्र में ज्वर रोधी औषधियों एन्टीबायोटिक्स ,जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली गयी एवं मशीनों की क्रियाशीलता का निरीक्षण भी किया गया।
नोडल डॉ आरवी सिंह ने बताया कि जिला संयुक्त चिकित्सालय में स्थापित डेंगू वार्ड का नोडल द्वारा निरीक्षण किया गया दवाईयों की उपलब्धता देखी गयी तथा ज्वर रोधी औषधियों , एंटीबायोटिक, जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली गयी एवं मशीनों की क्रियाशील का निरीक्षण किया गया एवं दिशा निर्देश दिया गया निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय में स्थापित एलाइजा रीडर द्वारा डेंगू की जाँच के बारे में पाया गया कि एलाइजा रीडर खराब चल रहा है एवं जांच आजमगढ़ जिला चिकित्सालय से सैम्पल भेजकर कराया जाता है।
जिला मलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि नोडल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोपागंज में डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया गया, बेड पर मच्छरदानी की उपलब्धता देखी गयी तथा ज्वररोधी औषधियों एन्टीबायोटिक्स, जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता का निरीक्षण किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।
डीएमओ बेदी यादव उन्होंने बताया कि घर के अंदर व आस पास कहीं भी जल एकत्रित न होने दें, जैसे कि कूलर, फ्रिज की ट्रे, टंकी, टूटे फ़ूटे बर्तन, टायर, नारियल की खोल, आदि को घर के अंदर व छत आदि पर न रहने दें, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ रुके हुए पानी में अंडे देता है।
नोडल अधिकारी द्वारा निरीक्षण में उनके साथ डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ पदम जैन, सहायक मलेरिया अधिकारी तरुण कुमार तथा मलेरिया निरीक्षक राजेश यादव उपस्थित थे।